मुस्कराते चहरे की हकीकत - 5

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अवनी कागज को हाथ में लिए सोच ही रही थी कि उसके पास किसी का कॉल आता है वह कॉल उठा कर वहां से चली जाती है यहां विवान यश के पास आता हैविवान - कल कहां गया था तू....यश - कहां गया था....? कहीं नहीं गया था मैं तो यही था,,विवान थोड़े गुस्से में- झूठ बोल रहा हैं ना मुझे सब पता है।यश विवान को समझाते हुए- नहीं यार,,, उसकी तबीयत खराब थी इसलिए उसे छोड़ने गया था।विवान - चल छोड़...ऑफिस जाना है तैयार हो जा..थोड़ी देर में दोनों तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल जाते हैं । अग्रवाल