समय बीतने पर राजेन्द्र माया के साथ छेड़छाड़ भी करने लगा कभी वह माया के नितम्बो को सहला देता।कभी उसके गुलाबी होठो को चूम लेता।कभी माया को बांहों में लेकर गोद मे उठा लेता।माया ने राजेन्द्र की हरकतों का विरोध नही कियाएक दिन माया के दोनों बच्चे स्कूल की तरफ से पिकनिक पर गए थे।पति सुबह का गया रात को ही लौटता था।उस दिन राजेन्द्र की कम्पनी की भी छुट्टी थी।वह माया से बोला,"पिक्चर देखने चलते है।""क्या करेंगे?"माया बोली,"घर मे ही बातें करेंगे।'"बहुत दिन हो गए कोई मूवी नही देखी।"राजेन्द्र के जोर देने पर वह उसके साथ जाने के लिए