समर्पण- सच्चा प्रेम एक बार नारद जी ने द्वारकाधीश से पूछा- "प्रभु! क्या कारण है की सर्वत्र संसार में राधे-राधे हो रहा है। आपकी महापटरानी 'रुकमणी' और अन्य रानियों को तो ब्रज तक में कोई याद नहीं करता।" कृष्ण यह सुनकर नारद के सामने ही पलंग पर धड़ाम से गिर गए। घबराए हुए नारद ने पूछा- क्या हुआ प्रभु !तब श्री कृष्ण ने कहा- नारद मेरे सिर में बहुत तेज दर्द हो रहा है, तुम कुछ करो। नारद को आश्चर्य हुआ। वे बोले- कि आप त्रिलोकीनाथ हो, आप ही बताओ मैं क्या कर सकता हूं? कृष्ण बोले -"मेरे किसी सच्चे