तुमने कभी प्यार किया था?-१५वह मुझसे पूछती है," तुम भी पढ़ने के बाद यहाँ से चले जाओगे क्या?" हाँ, जा सकता हूँ।सुमन बोली तब बहुत बुरा लगेगा।लगभग सभी जाते हैं मैंने कहा।वह बोली मैं तो बुढ़ापे तक इन्हीं पहाड़ों को चढ़ती रहूँगी। बर्फ की फाँहों सी उड़ा करूंगी। तुम चिट्ठी में गाँव का हालचाल पूछते रहना।मेले में जाओगे इस बार?हाँ जाऊँगा।मैं भी आऊँगी। बहुत अच्छा लगता है मुझे मेला देखना। सजूंगी,सबरूंगी । माँ चोटी बनायेगी। साड़ी पहन के जाऊँगी। तुम देखते रह जाओगे, मुझे। तुम्हें पता है, एक राक्षस था। एक बार उसका महल आग में जल गया। वह पास