Confession - 2

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जैसे  ही कमरे  का दरवाज़ा  खुलता जा रहा है। हवा  में  तैरती  किताबें वापिस  अपनी जगह पर आ रही है । शुभांगी  पसीना-पसीना  हों  रही  है । अब ज़रूर  कोई अंदर आकर उसे   मार  डालेगा  ।   मगर कौन ? उसने  किसका  क्या बिगाड़ा  है।  क्लॉस  का दरवाज़ा  पूरी  तरह  खुला  और सामने  खड़े  कॉलेज  के कर्मचारी  को देख  उसकी  सांस आई ।  तुम यहाँ  क्या कर रही  हों?  और  दरवाज़ा  कैसे  बंद हो गया? भैया, हवा चली और दरवाज़ा  बंद हों गया। उसके  मुँह से आवाज़  नहीं निकल रही है । जाम  होना तो नहीं  चाहिए  था वैसे । अब