भ्रम - भाग-6

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"तुम जानती हो रानी जी को लापरवाही बिल्कुल पसंद नहीं हैं। गलती से भी गलती न करना, वरना भगवान ही जाने तुम्हारा क्या होगा।" सेजू को समझाते हुए महल की एक दासी बोली। सेजू यह सुन कर जरा घबराई, मगर उसे तो अब खतरों की आदत सी हो गयी थी अब बस उसे आगे बढ़ने की सुध रहती थी..आगे क्या होना है उसके साथ उसे उसकी परवाह नही रहती। सेजू ने भी सभी दासियों की तरफ लहंगा-चोली पहन कर सिर पर घूंघट ले लिया था। और उसकी कलाइयों, गले, माथे पर आभूषण खिलने लगे थे। सेजू ने रानी के कक्ष