ताश का आशियाना - भाग 15

  • 3.5k
  • 1.9k

मुझे बहुत भूख लगी है। रागिनी अपने मुंह का पाउट बनाते हुए बोली। घर जाकर खा लेना। सिद्धार्थ ने बस एक रुखासा जवाब दिया, जो रागिणी को बिल्कुल पसंद नही आया। कंजूस मैने तुम्हारे 3200 बचाए और तुम मुझे ब्रेकफास्ट तक नही करा सकते। सिद्धार्थ उसे what the fuck लुक से देखने लगा।रागिनी सिर्फ सिद्धार्थ का हाथ पकड़ हाथो में लेकर हिलाने लगी। प्लीज!! ठीक है। या!! रागिनी ख़ुशी से खील उठी।सिद्धार्थ सिर्फ उसे देख मुस्करा दिया।दोनो ने नत्थूलाल की दुकान पर आलु कचोरी खाई।बिस्लरी की पानी की बोतल हाथ में पकड़ दुकान से बाहार निकले। कहा जा रही हो? सिद्धार्थ ने बिना किसी भाव के