" यह जो हल्का हल्का सुरूर है,, मेरा इश्क , मेरा फितूर है,,, यह जो हल्का,,,!!!! कहते हुए वो लडका अचानक रूक गया । उसकी आंखो से बेतहांशा,,, दर्द के साथ एक नमी उभर आयी । वो लडका एकटक दिवार की तरफ देख रहा था ,और दिवार की तरफ देखकर उसकी आंखो से एकाएक आंसू बह रहे थे , जैसे दिवार पर उसे कुछ दिख रहा हो, जो उसकी गहरी नील झील सी आंखो में आंसू ला रही थी । " तुम कहा हो,,,, तुम्हारे बिना यह जिंदगी जैसे जिंदगी नही लगती,,, तुम्हारी कमी हर पल सताती है,,, प्लीज वापस