Abhay ki zid अभय की सदॅ आवाज सुन प्रिया को डर के मारे हिला भी नही गया। अभय :- तुमने अभी तक शुरु नही किया। मतलब मेरी मदद की जरूरत है तुम्हे। उसका जवाब सुन प्रिया हडबडा गई। प्रिया :- नही ! नही ! प्रिया बोल कर बाथटब मे पडे पानी को लेकर अपने उपर डालने लगी। उसके हाथ डर के मारे कांप रहे थे। उसे शमॅ भी आ रही थी। क्योकी वो सनकी आदमी वही खडे होकर उसे ही घूर रहा था। या यू कहे की उस पर नजर रख रहा था। प्रिया :- क्या आप, दूसरी तरफ मूड