"क्या हुआ था कल रात?" अनिका ज्यादा देर तक अपनी उत्सुकता को अपने तक नही रख पाई थी। वोह अभय सिंघम के द्वारा दिए गए धमकी का रिस्क भी लेने को तैयार थी। "वोह सेनानी कुत्ते जिन्होंने हमारे गोदाम जला दिए थे, उन्हे आखिरकार मार ही दिया।""मुझे तो बहुत खुशी है की इस बार अभय ने उसे जान से ही मार दिया। उसने पिछले साल भी हमारे भरे हुए गोदाम आग में झोंक दिए थे, और फिर भाग निकला था।"अनिका हल्का सा हिल गई यह सुनकर की यहां के लोग किसी इंसान को मरना काटने की बात यूहीं इतनी आसानी