अनिका अभी भी लाइब्रेरी में लिस्ट ऑफ़ बुक्स चेक कर रही थी। उसके चारों और टेबल पर पंद्रह सोलह कैटलॉग फैले हुए थे। उसे अपनी गर्दन पर कुछ अजीब सा एहसास हुआ। उसने अपनी आंखे ऊपर की और उसकी नज़रे एक गुस्से भरी नजरों से मिली। "तुम सुबह से यहां क्यों छुपी हुई हो?" अभय सिंघम ने आदेशात्मक लहज़े से पूछा। "मु...मुझे पढ़ना पसंद।" इस वक्त काफी रात हो चुकी थी जब अभय घर वापिस आया था। अभय ने एक बुक अपने हाथ से अनिक के पास वाली कुर्सी पर फेंकी। "तुम्हे ज्यादा से ज्यादा समय बाहर बिताना चाहिए ताकि