फिर सब ने हिना को मुंह दिखाई की रस्म शुरू हो गई।सब कुछ-कुछ गिफ्ट देने के बाद सब लोग खाना खाने लगे।बहुत देर तक गाना बजाना शुरू हुआ। अमर के सारे दोस्त भी आ गए थे।सब हिना की खुबसूरती की तारीफ करते रहे।अमर बस हिना को देखते रहे और मन में सोचें कि उसके दिल में कोई और है।।मैं तो नहीं हुं-----------!फिर इसी तरह एक रात बीत गई।सुबह-सुबह खुली आंखों में हिना राज को अपने करीब पाईं और सपना टूट गया।फिर अतीत में खो गई।।कब वर्तमान में वापस आ गई और फिर रो पड़ी हिना।।हिना उठो बेटी।हिना जल्दी से उठ