प्यार का ज़हर - 56

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राहुल : महेर तुम्हारी पढाई कैसी चल रही है.महेर : हा भैया सब अच्छी तरह से चल रहा है. पढाई करना और भी बहुत कुछ.राहुल : तो फ़ीर ठीक है. चलो मे चलता हू सोने. अब तुम भी जाओ और सो जाओ ठीक है.महेर : हा ठीक है. आओ भी जाओ और आराम करो.《 कुच देर बाद... 》रितेश : वैसे रिहान भाई तुम यही रहोगे या घर जाओगे.रिहान : नही भाई अब रेहन सेहन का काम यही करना पडेगा.रितेश : ठीक है फ़ीर जैसी तुम्हारी मर्ज़ी तुम्हे जैसा करना हो करो.रिहान : वैसे भी मेरे पास देवेन्दर भाई है. ना