बात कुछ साल पुरानी हैं रमेश के पिताजी का ट्रांसफ़र सहारनपुर से मथुरा के एक गाँव चौमुहां में हो गया था. रमेश उस समय कक्षा ६ का विधार्थी था जब रमेश ८ वी कक्षा में आ गया तो रमेश के पिता ने रमेश का ट्यूशन एक अध्यापक जिनका नाम सिंह साहेब था.रमेश क़रीब सिंह साहेब से ४ साल तक ट्यूशन पढ़ा.जब रमेश हाई स्कूल में प्रथम श्रेणी में पास हुआ तो सिंह साहेब के पास क़रीब और नए २५ छात्रों ने ट्यूशन पढ़ना शुरू कर दिया.उन दिनो ट्यूशन की फ़ीस १००/ हुआ करती थी. रमेश क़रीब वहाँ ७ साल रहा.