"कैसी हो तुम।" हामिद ने मुस्कुराते हुए कहा। हामिद की हंसी आज ज़ैनब को ज़ाहिर लग रही थी। ज़ैनब उसे घूरते हुए स्टाफ रूम से बाहर निकल गयी। ............ रेस्ट रूम में फ्रेश होने के बाद ज़ैनब ने सानिया को फ़ोन किया। "हेलो जैनी" सानिया खुशी से बोली। "हामिद कब वापस आया।" ज़ैनब गुस्से से बोली। "आज ही, क्यों क्या हुआ तुम इतने गुस्से में क्यों हो।" सानिया परेशान होते हुए बोली। उसके पूछने पर ज़ैनब ने उसे सारि बातें बता दी। "यार जैनी यह तो हर बार होता है कल वीकेंड है क्यों ना हम शॉपिंग पर चलते है"