सानिया ने अपनी गर्दन नीची झुकाली और बोली: "मेरे सामने से हटो।" अहमद को उस पर गुस्सा आ गया। उसने सानिया को कमर से पकड़ा और अपने करीब खींचा लिया और अपनी पकड़ और मजबूत करली। "तुम्हे किसने हक़ दिया है मेरी फीलिंग की इंसल्ट करने का।" अहमद ने एक एक शब्द चबा कर कहा। उसकी तेज़ पकड़ की वजह से सानिया सहेम गयी और रोने लगी। उसके आंसू देख कर अहमद कुछ नरम पड़ गया और अपनी पकड़ ढीली करदी लेकिन उसे छोड़ा नही। "प्लीज छोड़े मुझे कोई देख लेगा।" सानिया इधर उधर देखते हुए बोली। "तुम फिक्र मत