तलाश - 2

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भाग – 2 रात के करीब डेढ़ बजे दामिनी के कमरे में कुछ खटपट हुई, जिससे दामिनी की आंख खुल गई, उसने नजर उठाकर देखा तो खिड़की के बाहर कोई खड़ा था जिसे देख वो बिल्कुल थर्रा गई और बोली, “ कौन है वहां? कौन है”? डर लगने के बावजूद भी वो खिड़की के पास चली गई, जैसे उसे कोई अपनी ओर खींच रहा हो | उसने खिड़की के पास जाकर देखा तो वह गुमशुदा लड़का उसकी खिड़की के बाहर खड़ा उसी की ओर देख रहा था, दामिनी ने जल्दी से खिड़की खोली और कहा, “ तुम.... तुम यहां कैसे?