अधेरी काली रात के 12बजे अचानक से पक्षी चीखने लगे,आसमान से बिजली कड़केने लगी लग रहा था मानो अब प्रलय आने को है। तभी फेरम अपने घर से लालटेन ले के निकलता है ,उसे पड़ोस की दाई की जरूरत थी, क्योंकि उसकी पत्नी जो गर्भवती है उसके पेट में असहेनीय पीड़ा हो रही थी।फेरम इक पक्के मकान के सामने जाकर प्यार और डर भारी आवाज लगता है , अम्मा चलोगी गुटेवा के पेट में बहुत दर्द हो रहा है। 3अवाजो तक कोई कुछ नहीं बोलता,लेकिन 4आवाज पर दादी का नती बड़ी क्रोध भारी आवाज में।कौन है,अम्मा कहीं नहीं जाएगी,तै जाते