पिछले अंक में आपने पढ़ा कि हीरा की माँ ने आत्महत्या का प्रयास किया था पर उसके बड़े डॉ सोनी ने उसे बचा लिया . अब आगे अंतिम भाग में पढ़ें … कहानी - कापुरुष अंतिम भाग 4 माँ ने फिर कहा “ मेरी जान तुमलोग कब तक बचाओगे . मेरे जीते जी हीरा की शादी किसी दूसरी लड़की से हो , मुझे मंजूर नहीं है . इसे मेरी मर्जी की लड़की से शादी करनी होगी नहीं तो मैं किसी पल जान दे दूँगी . तुमलोग कब तक मुझे बचाते रहोगे . “ “ अच्छा फिलहाल