मेहताजी एक्स सर्विस मेन थे।सेकंड वर्ल्ड वॉर में वह मिश्र में लड़ाई में भाग ले आये थे। वह अनुशासन प्रिय और सख्त स्वभाब के थे।उनके पास जाने से सभी घबराते थे।और मैं सबसे जूनियर था।छोटी लाइन बुकिंग में कोई एल आर नही था।इसलिए मुझे भेज दिया गया।यहां से ही मुझे जमुना ब्रिज भेजा गया था।यह सन 1971 की बात है।उन दिनों में 15 सी एल और 39 पी एल लिव मिलती थी।उन दिनों पी एल जुड़ती नही थी ।अब तो 10 महीने तक की पी एल जुड़ती है और रिटायरमेंट के समय इसका पैसा मिलता है।पहले पी एल छुट्टी को