कविता अपने रूम का दरवाजा खोल कर कॉरिडर में देख रही थी कि तभी कमरे के कोने में रखे हुए कैमरे में कुछ हलचल होने लगी, अचानक उस कैमरे पर नाखूनों। के निशान बन गए थे जैसे किसी ने तेज नाखूनों से कैमरे का ऊपर का हिस्सा नोच लिया हो। कविता ने अपने रूम का दरवाजा बंद किया और अपने कमरे में आकर बाहर की ओर जंगल का नजारा देखने लगी। इस वक्त बाहर के माहौल में एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ था। होटल से कुछ दूरी पर हाईवे होने की वजह से गाड़ी और ट्रक की आवाजें सुनाई