मेल - भाग 1

  • 4.3k
  • 1.9k

आज एक बार फिर उसका मेल आया है। मरहम का रूप धरकर, पर जिस घाव के लिए आया है।, कृति उस घाव के दर्द से कब का निजात पा चुकी है।… पिछले तीन महीनों में ये उसका बारहवाँ मेल आया है। कृति मेल पढ़कर गुस्से में खुद से ही बात करती है। 'आखिर वो मेल भेजता ही क्यों है? जब उसका हमसे अब कोई सम्बन्ध, हैं ही नहीं है। क्या जताना चाहता है। वो कि, उसको हमारी फिक्र है पर दस साल पहले जब वो हमें छोड़ कर गया था। तब क्यों नहीं दिखाई ये फिक्र… जो आज दिखा रहा