कोट - २२

  • 2.6k
  • 1k

कोट-२२खेल-कूद पर बातों का अपना एक स्वरूप और आनंद होता है।खेलकूद/स्पोर्ट्स के बारे में जब बात करते हैं तो बड़े खेलों का चित्र मन में आता है जैसे हाकी,फुटबॉल, क्रिकेट, वालीबॉल, बैडमिंटन ,टेनिस आदि। लेकिन हम बहुत छोटे खेल बचपन में खेलते हैं। खेल तो खेल ही होते हैं जो जीवन में उल्लास और आनंद भरें। बचपन में खेल "लुकाछिपी" से आरंभ होता है या घुघुती-बासुति से या अन्य से। अंटियों का खेल,दाणि,अड्डू भी होता था। बाघ-बकरी।बाघ को घेरा जा सकता था,बकरी को मरना होता था। "चोर पकड़" खेला जाता था। पिरुल( चीड़ की नुकीली सूखी पत्तिया) पर "घुसघुसी"। बर्फ