मैं अपने कपडे को पैक कर रहा था | कल सुबह में ही ४ बजे के करीब मेरी ट्रैन के आने का टाइम था| मैं अपनी इंजीनियरिंग की पढाई के लिए दूसरे शहर को जाने वाला था | मुझे बहुत ख़ुशी थी की मैं कुछ दिनों बाद एक नए शहर में रहूँगा , नई चीजों को देखूंगा, नई जगहों पर जाऊंगा और नए लोगो से मिलूंगा | इंसान की फितरत ही ऐसी होती है की उसे नयी चीजें हमेशा से आकर्षित करती है | भले ही पुराने चीजों, रिश्तो, या जगहों का कोई मोल या तोड़ नहीं हो | और