जादुई तोहफ़ा - 5 - अंतिम भाग

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अनुज पूरी शाम उस ताबीज़ के बारे में सोचता रहा। उसका मन इधर से उधर घूमता ही रहा।"क्या उसने सिर्फ मज़ाक में कहा था,या वाकई ऐसा कुछ है?" "क्या बात है छोटे मालिक?" उसे परेशान देखा उसके माली ने उससे पूछा। वही माली जो उस पेड़ को अपनी संपत्ति मानता था।"क्या तुम्हें पता है की आखिर बचपन में मेरे साथ क्या हुआ था?""आप किस बारे में बात कर रहे है?" "तुम्हे पता है, मैं क्या कह रहा हूं।" माली कुछ देर चुप रहा। फिर बोला —"आप वो आम का पेड़ देख रहे है।" उसने आम के पेड़ की तरफ इशारा