पहाडिन - 3

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(सूरज और चंदा पहाड़ी के छोर से अलग होते है उसके बाद की कहानी) आकाश आगे चला जा रहा था और सूरज पीछे पीछे मरा मरा सा चल रहा था। अपने दोस्त की दिली हालत से वाकिफ था इसलिए आकाश ढलान उतरने के बाद रुक गया। सूरज बुझा बुझा सा लग रहा था ,जैसे उनकी सारी शक्ति चंदा ले गयी हो। ये मासूम दिलो की मुहोबत भी मासूम है ज़माने के सामने ये कब तक टिकेंगे ये तो आकाश को नहीं मालुम लेकिन वो इन दोनों को मिलाके रहेगा। कुछ देर चलते चलते वो लोग एक सड़क तक आ गये।