आगे बढ़ने से पहले एक व्यक्ति का जिक्र जरूरी है।नरोति लाल चतुर्वेदीनरोति लाल आगरा फोर्ट स्टेशन पर मारकर के पद पर थे।यह पद रेलवे में चतुर्थ श्रेणी में आता था। यह पद पार्सल और माल गोदाम में होता है।मारकर का काम मारका डालना होता है।वह मेरे से उम्र में बड़े थे और न जाने क्यों उन से मेरी आत्मीयता हो गयी थी।हम सभी को केंटीन से चाय नाश्ता खाना मिलता था।पर वह सात्विक थे और किसी के हाथ का कुछ नही खाते थे।इसलिए अपने साथ स्टॉप और बर्तन आदि लाये थे।उन्होंने कमरे में खाना पकाने की इजाजत ले ली थी।वह