रात्रि के तकरीबन ग्यारह बजे थे जब अस्पताल में उद्घोषणा हुई और मुझे आई सी यू में बुलाया गया। दरअसल पिताजी के सांस लेने में काफी तकलीफ होने की वजह से डॉक्टर ने उन्हें आई सी यू में भर्ती किया था जहां अभी वह वेंटीलेटर पर थे। मैं अस्पताल के ही पहले तल्ले पर बने रेस्ट रूम में ठहरा था। उदघोषणा सुनकर बिना समय गंवाए मैं चल पड़ा। हालांकि इतनी रात गए और आई सी यू से बुलावा आना। मन में ढेर सारी आशंकाएं पनपने लगी थी और दिल भी घबरा रहा था। खैर मैं आई सी यू पहुंचा। "सर,