भूली बिसरी खट्टी मीठी यादे - 8

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माया के दीवानों की कमी नही थी।माया मोडर्न और फ्रेंक थी।वह लड़को से बात करने में न शर्माती न झिझकती थी।उसे तंग करने में भी लोगो को मजा आता था।लड़के वैसे भी शैतान होते है।एक घटना का जिक्रहिंदी हमे शास्त्रीजी पढ़ाते थे।किसी लड़के ने एक दिन शरारत की।पंखे की पंखड़ी पर सूंघने वाली तमाकू न जाने कब रख दी।पहला पीरियड हिंदी का होता था।प्रार्थना के बाद लड़के क्लास में आकर बैठ गए।उसके बाद शास्त्रीजी आये।वह जैसे ही हाजरी लेने लगे।किसी लड़के ने पंखा चला दिया।पंखा चलते ही तम्बाकू ज्यो ही उड़ी लड़को का छींकते छींकते बुरा हॉल हो गया।माया कई