अरुन : यार मनीष भाई ये सर है या क्या है. कुछ और पता नहीं चल रहा है. अगर कोई काम रह गया होगा तो उसकी कोई वजह भी तो होगी ना ऐसे ही थोड़ी किसीने काम बाकी रखा होगा हद होती है. यार किसी भी बात की में तो कहता हूं. ऐसे लोगो का काम लेना ही नहीं चाहिए भाई हाथ धो के पीछे पड़ जाते है.मनीष : नहीं नहीं यार चोटू सर ऐसे नहीं है पर वक़्त बहुत हो गया है. इस लिए गुस्सा हो गए है.अरुन : ठीक है अब वो गया शांत हो जाओ.《 कुछ देर