डिलीट इट

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माही की नजर बार - बार घड़ी की ओर जाती और उसे लगता जैसे समय वहीं थम सा गया है। ये बीस मिनट का ऑफिस लंच ब्रेक उसे सदियों सा लगता जब अपने अंतर्द्वंद से निकल सबके सामने खुद को साझा करना पड़ता हो।"मैं माफी चाहूँगी, पर मुझे थोड़ा काम है।"हमेशा की तरह लंच ब्रेक में कैंटीन में बैठे सभी सहकर्मियों के बीच उठ माही चुपचाप अपने डेस्क पर वापस आ गई।किसी ने सुना, किसी ने नहीं सुना और वहाँ चल रहे सबके ठहाकों की गति में कोई अवरोध ना आया।अनायास ही माही के हाथ फिर अपनी लैपटॉप के मेल