बंद खिड़कियाँ - 20

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अध्याय 20 एकदम से उसके शरीर में आग लगी और उसके आंखों से आंसू बहने लगे। दिनकर ने घबराकर अपने तौलिए से उसके आंसुओं को पोंछा। "क्या हुआ, जंबू ने मारा ?" उसने "हां" कहने जैसे सिर हिलाया। जम्बू एक जानवर है!" वह गुस्से से बोला‌ "क्यों मारा ?" मदुरई जाने के लिए आपनेजिद्द की !" "मुझे उनके साथ कुत्ते जैसे क्यों जाना है!" वह गुस्से से बोली। "शडैयन मर गया सुनकर मैं घबरा कर भागकर जाकर कही। उसके लिए ही मारा और गंदी बातें भी सुनाई, उसे सुन रत्नम हंसी!" जल्दी से कुछ समझ गया जैसे उसका मन परेशान