इस घटना के कारणवश उन सभी को आपस में वार्तालाप का समय ही नहीं मिला,ये सब एकाएक हुआ था उन्होंने सोचा ही नहीं कि इस प्रकार बसन्तसेना से उनका मेल होगा,वे सभी विवश थे एकदूसरे से कुछ भी बोलने हेतु,आगें की योजना क्या होगी?बसन्तसेना ने प्रश्न पूछे तो वें किस प्रकार उनका उत्तर देगें?वें सभी ये समझ नहीं पा रहें थे इसलिए मौन रहने में ही सबने अपनी भलाई समझी।। रात्रि का तीसरा पहर बीतने को था एवं वें सभी बसन्तसेना के निवासस्थान पहुँच चुके थे,जहाँ वो कन्दरा थी जिसमें बसन्तसेना वास करती थी,घना अँधेरा एवं सघन वन के मध्य