कहानी अब तक :-राजकुमार माधोसिंह अपने चाचा शरणनाथ के राज्य में रहकर उनके राज्य की प्रशासनिक वयवस्था को सुधार देते हैं । उनके कार्य से प्रसन्न होकर शरणनाथ एक दिन उन्हें अपने कक्ष में बुलाये हैं और उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित करने की बात वे उनसे कहते हैं । शरणनाथ माधोसिंह से यह भी कहते हैं कि उन्हें अफपना उत्तराधिकारी घोषित करने से पहले वे उनके माता-पिता से मिलना चाहते हैं जिन्होंने इतनी प्रतापी संतान को जन्म दिया । तब माधोसिंह शरणनाथ को यह बताते हैं कि वो और कोई नहीं ब्लकि उनके बड़े भाई महाराज जयसिंह के सबसे छोटे