राधा के मोहन

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ये कथा है क्षीर सागर में बैठे विष्णु भगवान के आठवें अवतार की।भगवान कृष्ण ने वासुदेव तथा देवकी के पुत्र के रूप में जन्म लिया। वहीं भगवान अपने सातवे अवतरण में अर्थात् त्रेतायुग में लंका के राजा रावण के वध के लिए अयोध्या में राजा दशरथ के घर राम के रूप में जन्मे थे। सीता हरण के पश्चात लंका के युद्ध में वानर सेना की मदद से राम ने रावण का वध किया। मर्यादित जीवन और आचरण से राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। पर वहीं राम उस समाज को जो सीता को कुलकलंकिनी कह रहा था उसका हाथ छुड़ा पाने में