अभी भी इंतज़ार हैं उन पारियों का

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अभी भी इंतज़ार हैं उन पारियों का … शाहगढ के तेजस्वी युवा ज्ञानी राजा घने जंगलों में घूमने के लिए निकल पड़े थकान बहुत हो गई थी अचानक उनकी नज़र एक सुंदर तलैया पर पड़ी राजा का मन तलैया को देख कर बड़ा ही प्रसन्न हुआ, कितनी अच्छे तलैया हैं पानी भी स्वच्छ हैं क्यूँ न पानी पी लिया जाये. राजा ने जैसे ही पानी पीने के लिए हाथ तलैया में डाला वैसे ही एक परी तलैया से बाहर निकल आयी राजा के शरीर को छूने लगी, राजा थोड़े से झिझके, परी तो राजा पर मोहित हो चुकी थी, राजा