काफी साल बीत गए थे ऋषिराज को अपने गाँव गए हुए बचपन से ही गाँव से दूर शहर में अपने माता पिता के साथ वह रहने लगा था ।पढ़ाई लिखाई भी यही पूरी की इतिहास में डिग्री ले कर अब काम तलाश रहा था ।पर सफलता अभी नही मिल सकी थी । 20 वर्षो बाद आज वह अपने गाँव चन्द्रनगर जा रहा है रिस्तेदार की एक शादी में बाराती बनकर । सभी बारातियो के साथ वह भी वाल्वो बस में बैठ गया था गाँव के रिस्तेदारों में उसके मामा के घर शादी थी और मामा जी काफी सम्पन्न घर से