मौं ढांकेँ फरिया में-राज गोस्वामी

  • 4.2k
  • 1.8k

मौं ढांकेँ फरिया में राज गोस्वामीबुन्देली की आधुनिक कवितासमीक्षक- राज बोहरेराज गोस्वामी बुंदेली की रस भीनी कविताओं के सृजक हैं । श्रंगार उनका विशेष प्रिय विषय है। बीच-बीच में बाल कविताएं, राजनैतिक कटाक्ष से भरी कविताएं, हास्य कविताएं और नैतिकतावादी कविताएं भी लिखते रहे हैं । अब तक उनके कुल 18 संग्रह सामने आए हैं । इनमें बाल कहानी संग्रह , बाल कविताएं, बुंदेली कविता संग्रह ,अनुवाद, हाइकु और हिंदी की परिनिष्ठित भाषा में लिखी गई कविताएं हैं। राज गोस्वामी का नया संग्रह "मौ ढा के फ़रिया में " संदर्भ प्रकाशन से प्रकाशित होकर आया है इसमें उनकी 70 कविताएं