वक्त गुजरता गया । सरीन का नवीन और शांति के साथ मिलना जुलना जारी रहा । नवीन भूला नहीं था कि कैसे सुरीन ने उसे पिलाकर आउट कर दिया था । एक दिन सरीन ने शहर के बाहर बने अपने फार्म हाउस मे नवीन और शांति दोनों को बुलाया । दरअसल देहरादून से एक नौजवान लड़की आयी हुई थी जो शांति के दोस्त नरेश काला के पास ठहरी हुई थी । नरेश का रंग काला था तो उसके नाम के साथ काला सरनेम की तरह जुड़ गया था । नरेश काला उससे धंधा करा रहा था । काला ने ही