यहां... वहाँ... कहाँ ? - 5

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अध्याय 5 असिस्टेंट कमिश्नर संतोष इंचंबाकम पहुंचकर अधूरे बने वामन अपार्टमेंट के सामने जीप को लाकर खड़ा किया 10:15 बजे। खून और मांस जमकर वहां गोकुलम के शरीर को देखने एक भीड़ जमा थी.... वह बीट इंस्पेक्टर को परशुरामन दौड़ कर कर सैल्यूट किया। "सर !" "आदमी कौन है परशुरामन ?" "थोड़ी देर पहले कंफर्म हुआ साहब ! सेल फोन नंबर को देखकर सब डिटेल्स कलेक्ट कर लिया। लड़के का नाम गोकुलम साहब! बहुत बड़े घर का लड़का है।" असिस्टेंट कमिश्नर अपने भौंहौ को ऊपर किया । "बड़ा घर मतलब....?" "रियल एस्टेट बिजनेस करते हुए झंडा गाड़ रहे आदिमूलम का