एपीसोड - 2 अयाज़ कश्मीर की वादियों में टैक्सी चलाता चला जा रहा है, बताता जा रहा है, ''एक वाकया बताता हूँ उन कहर के दिनों में मेरे मामा ने कह रक्खा था कि कभी वहां मत जाना जहां भीड़ हो. उन दिनों रोजमर्रा का सामान मिलता नहीं था. बस कभी कोई बिज़नेस वाला आकर दुकान लगा लेता था तो लोग टूट पड़ते थे. उन्हीं दिनों कोई पुरानी जींस बेचने आया था. मैं दोस्तों के साथ गया, बेहद भीड़ थी। मुझे मामा की बात याद आ गई. मै जींस खरीदने का मोह छोड़कर वापिस आ गया, जो दोस्त मेरे डर