निष्कलंक - 1

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खून से सने हाथ,, जिनसे उसने अपना मुंह छुपाया हुआ था,, बाल बिखरे हुए,, घूटनों तक आता सफेद रंग का फ्रोक,, जो खून से लथपथ था,, चौदह साल कि आशा बुरी तरह से कांप रही थी,, खबर थी,, आशा ने अपने दोनों हाथों से अपने नवजात शिशु कि चाकू से गोद गोद कर उसकी हत्या कर दी। एक महिला पुलिसकर्मी आशा के पास आई,, कितनी बेरहम है रे तू छोरी? अपनी खुदकी जन्मी बच्ची को मार दिय। जरा सी भी दया ना आई तन्ने अपनी इस एक दिन कि बच्ची पर,, कितनी बेहरमी से मारा है। दूसरी पुलिसकर्मी ने आगे