आसमान थोड़ा खुला तो कली ने शॉपर्स स्टॉप का रास्ता पकड़ा।रविवार को कली न ऑफिस का काम करती थी, न किसी सहकर्मी से ऐसी आशा रखती थी । पर आज उसने ऑफिस ड्राइवर को बुला ही भेजा ।पुणे की बारिश ही ऐसी है । बौछार नहीं, धार नही । सीधे जैसे विधाता ने पानी की चादर ही झटक कर फैला दी । उस पर नए अपार्टमेंट के डेकोरेटर की काली सफेद स्लेटी रंग संयोजना पूरे वातावरण को धूसर किए रहती थी । कुछ रंगीन कुशन पड़ जाएं तो शायद घर घर सा लगे, एक विस्तृत कार्यालय नही ।आधा घंटा, बहुत