अंगमहाजनपद के मुख्य केन्द्र चम्पा नगरी से पश्चिमोत्तर बीस कोस की दूरी पर बहुरा गोढ़िन के आधिपत्य में बखरी सलोना बसा था।तांत्रिक मच्छेन्द्रनाथ के अनुयायियों ने अपने गुरु की स्मृति में जिस सम्प्रदाय को, अपनी पूरी शक्ति और भक्ति से सक्रिय रखा था, उसका नाम था-नाथ सम्प्रदाय। चम्पानगरी में नाथ सम्प्रदाय के तंत्र-साधकों ने अपना अलग गढ़ ही स्थापित कर लिया था। चम्पानगरी का यह गढ़ नाथनगर के नाम पर समस्त अंग में विख्यात था।गौतम बुद्ध की निर्वाण प्राप्ति को सदियां व्यतीत हो गई थीं और इस अवधि में एक के बाद एक बौद्ध धर्म की कई शाखाएँ, कई सिद्धांत