चौथा नक्षत्र - 5

  • 3.6k
  • 1.8k

अध्याय 5 माँ लिफ्ट का दरवाजा ग्राउंड फ्लोर पर खुला । ऊपर के फ्लोर तक आने जाने के लिए कई लिफ्ट थीं । ओ.पी.डी. खुलने का वक्त हो चला था इसलिए लिफ्ट के सामने कतारे लंबी होने लगी थीं । लिफ्ट से बाहर निकल कर सुरभि अस्पताल के कैफेटेरिया की ओर बढ़ गयी । अस्पताल के चमकते साफ सुथरे गलियारों में चहल पहल बढ़ने लगी थी