चौथा नक्षत्र - 2

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अध्याय 2 एक्सीडेंट“क्या हुआ सुरभि ”, अनिका उसके पास आ गयी थी । अनिका सुरभी की सहकर्मी थी । इस सॉफ्टवेयर फर्म के हजारों कर्मचारियों में से एक । सुरभि के कोमल मन का एक कोना अक्सर उसी के कंधों पर टिका रहता ।भावनाओ की तहें अक्सर अनिका के सामने ही खुलती । इस महानगर में सुरभि का डर , उसकी चिंताएं और उसकी खुशियां सभी कुछ अनिका संभाल लेती ।