लघुकथा ( गांधारी )*******************प्रीति = नीलम तुमने मुझे अचानक से ऐसे मिलने क्यों बुलाया, सब ठीक है न ?नीलम = मन बेचैन था, सोचा तुमसे बात करुँ। अच्छा हुआ तुम आ गयी, यहाँ बैठो मेरे पास मुझे तुमसे बहुत जरूरी बात करनी है ।प्रीति = क्यों क्या हुआ ऐसा ?नीलम = प्रीति, जैसा कि मैंने तुमसे पहले भी बताया हुआ है कि मैंने और अजीत ने दो बच्चें करने का निर्णय लिया था लेकिन अब मैं फिर से गर्भवती हूँ और अजीत चाहते हैं कि हम इस बच्चे को गिरा दें ।प्रीति = क्या ।नीलम = हाँ प्रीति, मुझे समझ