THOUGHTS OF JAN. 2022

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3 JAN. 2022 AT 11:32 कोई किसी अन्य के महत्व की पूर्ति नहीं कर सकता। यदि अपना कोई प्रियजन भौतिक शरीर छोड़ देता हैं तो इस बात की तो संतुष्टि रहती हैं कि वह पूर्णतः खत्म नहीं हुआ; उसका शरीर जहाँ से आया था वही मिल गया परंतु वह आत्म ऊर्जा होने से अमर हैं, यदि आप उसके सूक्ष्म शरीर से संपर्क रखने की भी योग्यता रखते हैं तब भी उस शरीर का आपके सूक्ष्म शरीर को सानिध्य होगा; क्या वह आपके स्थूल शरीर से संपर्क रख पायेगा? नहीं! यही कारण . . .