श्राप दंड - 4तांत्रिक रुद्रनाथ बताते रहे , " उस दिन रात हो गई थी। कुछ सूखे लकड़ी व पत्तों को जलाकर मैं उसके पास ही सो गया था। उसी के 10 दिनों के अंदर वह अद्भुत घटना घटी। जिसने मुझे समझा दिया था कि मनुष्य बहुत ही कम जानता है। बहुत सारी ऐसी भी चीजें हैं जिसके बारे में मनुष्यों को अब तक नहीं पता है। नींद से जागने के बाद मैंने चलना शुरू कर दिया। 2 घंटे में ही वसुधारा जलप्रपात के सामने पहुंच गया। वसुधारा जलप्रपात के बारे में मेरे मन में