रक्त भरें आँशु - 6

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यह कहानी का भाग 6 इस्पेक्टर के निर्देशानुसार , रात भर पुलिस की टीम जिस्म के दलालों को गिरफ्तार करने में जुटी रहती है। सुबह के वक्त, इस्पेक्टर , " विकास चौधरी का क्या हुआ, वह मिला या नहीं" हवलदार , " सर अभी तक उसका कोई अता-पता नहीं है" अर्जुन , "सर मुझे जाने दीजिए , मैं भी उसे ढूंढने जाना चाहता हूं , शायद मैं उस तक पहुंच जाऊं" इस्पेक्टर , " चुपचाप बैठा रह, आज तुझे कोर्ट में पेश करके तेरा रिमांड लूंगा , फिर देख तू , सब कुछ उगल देगा की तूने लड़कियों को कहां बेचा